मंत्री डूबे जश्न में, मुख्यमंत्री भाग भाग कर परेशान
नेपा और मांधाता चुनाव का मामला
चौथा तंत्र भोपाल- खंडवा और खंडवा से सटे बुरहानपुर जिले की नेपा मांधाता उपचुनाव में भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता और नेता दिन रात एक कर के उप चुनाव को जीतने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते, कमल पटेल, सहित कई विधायक और नेता, भाजपा के दिग्गज, और कार्यकर्ता उपचुनाव जीतकर भाजपा सरकार को बरकरार रखने की कोशिश में जुटे हैं, मुख्यमंत्री 4 से 5 बार इस क्षेत्र में आ रहा है, शिवराज सिंह चौहान किसी भी हाल में अपने मध्य प्रदेश की सरकार को बरकरार रखना चाहते हैं, केंद्रीय नेतृत्व से लेकर भाजपा के संगठन मंत्री तक की निगाह इस चुनाव क्षेत्र में है, सैकड़ों कार्यकर्ता जी जान लगा कर दिन रात एक करे हुए हैं, लेकिन इन सबसे परे मध्य प्रदेश सरकार के वन मंत्री और कैबिनेट के प्रमुख, विजय शाह इन सब बातों से परे अपने जन्मदिन के जश्न में डूबे हैं, जब मंत्री जश्न में डूबे हैं तो कार्यकर्ता भी डूबे ही होंगे, जहां एक और शिवराज सिंह चौहान दिन रात एक कर के सरकार को बचाने की कवायद में जुटे हैं, संगठन मंत्री ने भी बहुत पहले ही यह बात कह दी थी, कि जिस उपचुनाव क्षेत्र में भाजपा का प्रत्याशी हार का सामना देखता है ऐसा समझा जाएगा कि वहां के मंत्री ने उस क्षेत्र में विशेष प्रयास नहीं किया, नेपानगर विधानसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, क्षेत्र से कई सालों से विधायक और मंत्री हैं, उनका आना-जाना और उनके पकड़ भी आदिवासी पर काफी अच्छी है, चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में जहां भाजपा के दिग्गजों की चोटी का जोर लगा रहे हैं, दिन का चैन और रातों की नींद हराम किए हुए हैं वही उन सब से परे वन मंत्री अपने जन्मदिन के जश्न को यादगार बनाने में जुटे हुए हैं, भाजपा के कार्यकर्ता ही इस सब से नाराज दिखाई दे रहे हैं, उनका मानना है कि सरकार रहेगी तो मंत्री रहेंगे मंत्री के अभी सबसे ज्यादा आवश्यकता उप चुनाव क्षेत्रों में विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए तैयार करने की है, भाजपा के कार्यकर्ताओं को मंत्री का इस प्रकार जश्न में डूबे रहना उचित प्रतीत नहीं होता है इसको लेकर काफी कार्यकर्ता निराश और नाराजगी जता रहे हैं
नेपा और मांधाता चुनाव का मामला
चौथा तंत्र भोपाल- खंडवा और खंडवा से सटे बुरहानपुर जिले की नेपा मांधाता उपचुनाव में भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता और नेता दिन रात एक कर के उप चुनाव को जीतने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते, कमल पटेल, सहित कई विधायक और नेता, भाजपा के दिग्गज, और कार्यकर्ता उपचुनाव जीतकर भाजपा सरकार को बरकरार रखने की कोशिश में जुटे हैं, मुख्यमंत्री 4 से 5 बार इस क्षेत्र में आ रहा है, शिवराज सिंह चौहान किसी भी हाल में अपने मध्य प्रदेश की सरकार को बरकरार रखना चाहते हैं, केंद्रीय नेतृत्व से लेकर भाजपा के संगठन मंत्री तक की निगाह इस चुनाव क्षेत्र में है, सैकड़ों कार्यकर्ता जी जान लगा कर दिन रात एक करे हुए हैं, लेकिन इन सबसे परे मध्य प्रदेश सरकार के वन मंत्री और कैबिनेट के प्रमुख, विजय शाह इन सब बातों से परे अपने जन्मदिन के जश्न में डूबे हैं, जब मंत्री जश्न में डूबे हैं तो कार्यकर्ता भी डूबे ही होंगे, जहां एक और शिवराज सिंह चौहान दिन रात एक कर के सरकार को बचाने की कवायद में जुटे हैं, संगठन मंत्री ने भी बहुत पहले ही यह बात कह दी थी, कि जिस उपचुनाव क्षेत्र में भाजपा का प्रत्याशी हार का सामना देखता है ऐसा समझा जाएगा कि वहां के मंत्री ने उस क्षेत्र में विशेष प्रयास नहीं किया, नेपानगर विधानसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, क्षेत्र से कई सालों से विधायक और मंत्री हैं, उनका आना-जाना और उनके पकड़ भी आदिवासी पर काफी अच्छी है, चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में जहां भाजपा के दिग्गजों की चोटी का जोर लगा रहे हैं, दिन का चैन और रातों की नींद हराम किए हुए हैं वही उन सब से परे वन मंत्री अपने जन्मदिन के जश्न को यादगार बनाने में जुटे हुए हैं, भाजपा के कार्यकर्ता ही इस सब से नाराज दिखाई दे रहे हैं, उनका मानना है कि सरकार रहेगी तो मंत्री रहेंगे मंत्री के अभी सबसे ज्यादा आवश्यकता उप चुनाव क्षेत्रों में विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए तैयार करने की है, भाजपा के कार्यकर्ताओं को मंत्री का इस प्रकार जश्न में डूबे रहना उचित प्रतीत नहीं होता है इसको लेकर काफी कार्यकर्ता निराश और नाराजगी जता रहे हैं