किसान को आत्म निर्भर बनाने में बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका-मंत्री श्री पटेल
किसान पखवाड़ा कार्यक्रम अंतर्गत राशि रुपए 4.05 करोड़ के ऋण प्रमाण पत्र वितरित किये
हरदा 04 नवम्बर 2020/ सेंट्रल बैंक हरदा द्वारा होटल बागबान में किसान पखवाड़ा कार्यक्रम अंतर्गत जिले के 30 किसानों को राशी रुपए 4.05 करोड़ रुपए का ऋण वितरण किया गया। जिसमें कृषि क्षेत्र वेयरहाउस एवं अन्य क्षेत्र सम्मिलित थे। कार्यक्रम में कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री कमल पटेल द्वारा किसानों को ऋण प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री श्री पटेल ने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। बैंकों के सहयोग से किसानो की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने किसानों को बैंकों की अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरदा, श्री राम कुमार शर्मा, सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय प्रतिनिधि श्री सुनील चौबे, श्री ए.दास, एलडीएम श्री गिरीश तिवारी तथा उप संचालक कृषि श्री एमपीएस चंद्रावत उपस्थित रहे।
डायग्नोस्टिक टीम द्वारा किया गया जिले के खेतों का भ्रमण ग्रासहोपर (पोपट्या) के नियंत्रण हेतु उपस्थित कृषको को दी गई सलाह हरदा 04 नवम्बर 2020/जिला डायग्नोस्टिक टीम द्वारा मंत्री, म.प्र. शासन, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, श्री कमल पटेल के निर्देशानुसार विकासखण्ड-खिरकिया एवं हरदा के ग्राम छिपावड़, कुडावा एवं सोनतलाई आदि ग्रामो के खेतो का भ्रमण किया गया। डायग्नोस्टिक टीम में डाॅ. आर.सी. शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, उपसंचालक कृषि श्री एम.पी.एस. चन्द्रावत, एवं वैज्ञानिक द्वय डाॅ. सर्वेश कुमार व डॉ. मुकेश बंकोलिया शामिल थे। टीम द्वारा भ्रमण के दौरान खेत की मेढ़ो एवं खेतो में ग्रासहोपर (फुदका), जिसको स्थानीय भाषा में कृषक भाई पोपट्या भी बोलते है, के शिशु एवं वयस्क को खाली खेतो, मेढ़ो एवं झाड़ियो पर देखा गया साथ ही चना एवं सरसो की फसलो पर कही-कही प्रकोप देखा गया। यह कीट समस्त प्रकार की वनस्पति को कुतरकर खाता है। ग्रासहोपर (पोपट्या) के नियंत्रण हेतु कृषि वैज्ञानिको द्वारा भ्रमण के दौरान उपस्थित कृषको को अनुशंसित रासायनिक कीटनाशक यथा - क्लोरपायरीफाॅस 20 प्रतिशत ई.सी. की 500 मि.ली. मात्रा प्रति एकड़ अथवा डेल्टामेथ्रिन 2.8 प्रतिशत की 250 मि.ली. मात्रा प्रति एकड़ अथवा लेम्बडा सायहेलोथ्रिन 5 प्रतिशत ई.सी. की 160 मि.ली. मात्रा प्रति एकड की दर से हाथ पंप से छिड़काव करने हेतु 200-250 लीटर पानी में घोल बनावे तथा पावर पंप से छिड़काव करने हेतु 80-100 लीटर पानी में घोल बनावे, इस प्रकार कीटनाशक के घोल को प्रमुख रूप से मेढ़ो, नालियो, झाड़ियो आदि समस्त वनस्पतियो पर तथा खेत में विद्यमान फसल पर छिड़काव करने की सलाह दी गई, ताकि इस कीट (पोपट्या) का नियंत्रण हो सकें, और आगे इस कीट की वृद्धि एवं विकास अवरूद्ध हो जाए, जिससे इस कीट के प्रकोप से वर्तमान में बोई जा रही रबी फसलो की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकें।
|