खंडवा जिले की कई पंचायत में। कई सचिवों ने अपने रिश्तेदारों के नाम।--बिल्डिंग मैटेरियल्स की दुकान।--भंडार तथा सेवा उपापन निर्देशिका का उल्लंघन।
खंडवा जिले की कई पंचायत में।
कई सचिवों ने अपने रिश्तेदारों के नाम।
खोल रखी है बिल्डिंग मैटेरियल्स की दुकान।
भंडार तथा सेवा उपापन निर्देशिका का उल्लंघन।
चौथा तंत्र खंडवा।
मध्य प्रदेश शासन की पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के।
भंडार एवं करे अधिनियम के तहत। ग्राम पंचायत स्तर पर खरीदी करने के लिए। 25000 अथवा उससे अधिक के भुगतान हेतु दो स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशन करना अनिवार्य होता है।
खंडवा जिले की कई पंचायत के सचिवों ने। शासन की योजनाओं की राशि को हड़पने के लिए बहुत सारे रास्ते निकाल रखे हैं। कई पंचायत सचिवों ने अपने निजी रिश्तेदारों के नाम। बिल्डिंग मटेरियल की दुकान खोल रखी है। जहां लाखों का लेनदेन हो रहा है।
लाखों रुपए की निर्माण सामग्री खरीदी जा रही है।
मध्य प्रदेश पंचायती राज भंडार कर अधिनियम के तहत ₹25000 से ज्यादा के भुगतान के लिए। किन्हीं दो समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशन करना अनिवार्य है। ग्राम पंचायत के सचिव के द्वारा इन अधिनियमों की अवहेलना कर। बिना टेंडर के ही खरीदी की जा रही है। पंचायत सचिव। इन बिल्डिंग मटेरियल की दुकान से। कमीशन के रूप में लाखों की राशि हड़प कर रहे हैं। कई सचिवों ने तो। शासन की राशि को हड़पने के लिए रास्ता निकाल लिया है।
उन्होंने तो अपने निजी रिश्तेदारों के नाम ही।
बिल्डिंग मटेरियल की दुकान। और निर्माण के लाइसेंस ले रखे हैं। जिसके माध्यम से भी लाखों।
रूपों की राशि का आहरण कर रहे हैं।
खंडवा जिले की कई पंचायत में जांच का विषय है।
बिना पंचायत के प्रस्ताव के अथवा। भंडार कर अधिनियम के तहत बिना विज्ञप्ति के प्रकाशन के।
लाखों रुपए की खरीदी। पंचायत सचिव के द्वारा अपने। कमीशन की पहचान वाली दुकानों से खरीदी की जा रही है।
जिलेभर में जांच का विषय है। किन पंचायत सचिवों ने अपने निजी रिश्तेदारों के नाम। बिल्डिंग मटेरियल की दुकान खोल रखी हैं। पंचायत सचिव भंडार कर अधिनियम के तहत। खरीदी कर रहे हैं या नहीं।
इसकी जांच करने वाला कोई नहीं है।