कलेक्टर अनूप कुमार सिंह एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नागार्जुन बी. गौड़ा के मार्गदर्शन में जिले में शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों में तनावमुक्ति और सकारात्मक जीवन शैली विकसित करने के लिए ब्लॉक स्तरीय अल्पविराम कार्यक्रमों का आयोजन
खंडवा जिले के आज दिन भर के समाचार।
चौथा तंत्र खंडवा। 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान की उपसंचालक ने देखी गतिविधियां
खण्डवा 17 जनवरी, 2025 - टी.बी. मुक्त भारत अभियान आयोजित किये जा रहे 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान के पर्यवेक्षण के लिए गुरुवार को राज्य स्तर भोपाल से आये उपसंचालक डॉ. तेज बहादुर सिंह ने विकासखण्ड खण्डवा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जावर व विकासखण्ड पुनासा के उपस्वास्थ्य केन्द्र पामाखेड़ी व नर्मदानगर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपसंचालक डॉ. सिंह ने निक्षय अभियान के तहत दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। साथ ही स्वयं भी निक्षय मित्र बनकर टी.बी. मरीज को फूड बास्केट दिया। इस दौरान जिला क्षय अधिकारी डॉ. शक्ति सिंह राठौड़, जिला कॉर्डिनेटर हुसैन कुरेशी मौजूद थे।
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जनपद पंचायत छैगांवमाखन के ग्राम पंचायत मोकल गांव में समस्या निवारण के लिए हुआ शिविर का आयोजन
खण्डवा 17 जनवरी, 2025 - शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं और अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम पंचायत मोकल गांव में रात्रि कालीन समय पर जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत के संयुक्त रूप से शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें उनकी समस्याएं सुनी गई और योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही शासन की महत्वपूर्ण योजना आयुष्मान भारत के हितग्राही का आयुष्मान कार्ड नामांकित किया गया। ग्राम पंचायत मोकल गांव में लक्ष्य के अनुसार कार्य करते हुए मात्र शेष आयुष्मान कार्ड जिनकी संख्या 7 थी उनमें से जानकारी अनुसार चार मृत व्यक्ति थे शेष 3 में से एक हितग्राही को बुलाकर कैंप में ही उनका आयुष्मान कार्ड बनाया गया।
जनपद पंचायत छैगांवमाखन मुख्य कार्यपालिका अधिकारी श्रीमती स्वर्णलता काजले द्वारा ग्रामीणों से चर्चा की गई चर्चा में खाद्यान्न पर्ची से संबंधित ग्रामीणों द्वारा समस्याएं बताई गई और कैंप में उनके आवेदन लिए गए। कैंप में परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास श्री चौहान, सहायक यंत्री, सेक्टर के उपयंत्री, जनपद के लेखा अधिकारी श्री गौड़, सचिव ग्राम पंचायत मोकल गांव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्य विभाग से अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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शासकीय कर्मचारियों को शांति की शक्ति और आनंद से रहने के गुर सिखाए
खण्डवा 17 जनवरी, 2025 - मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग द्वारा मॉडल स्कूल खालवा में गुरूवार को ब्लॉक स्तरीय अल्पविराम कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विभागों के 60 अधिकारी व कर्मचारियों ने भाग लिया इन्हें मास्टर ट्रेनर्स द्वारा जीवन में तनाव मुक्ति एवं आनंद से रहने के गुर बताए गए। जीवन में शांति की शक्ति से परिवर्तन और बिगड़े हुए रिश्तों को फिर से मधुर बनाने के हेतु अल्पविराम को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की बात कही गई।
कलेक्टर अनूप कुमार सिंह एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नागार्जुन बी. गौड़ा के मार्गदर्शन में जिले में शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों में तनावमुक्ति और सकारात्मक जीवन शैली विकसित करने के लिए ब्लॉक स्तरीय अल्पविराम कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अनुविभागीय अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार के निर्देशन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी खालवा टिना पवार के समन्वय से राज्य आनंद संस्थान द्वारा खालवा में ब्लॉक स्तरीय यह कार्यशाला रखी गई थी। मास्टर ट्रेनर एवं जिला संपर्क व्यक्ति गणेश कानडे ने आनंद संस्थान का परिचय दिया और अल्पविराम का महत्व बताया। मास्टर ट्रेनर पुष्पा अटूट ने प्रतिभागियों का परिचय लिया। मास्टर ट्रेनर नारायण फरकले ने जीवन का लेखा-जोखा कराया और आनंद से रहने के लिए प्रतिदिन अपना लेखा-जोखा करने की उपयोगिता और आवश्यकता निरूपित की। सम्पर्क सुधार दिशा सत्र के बाद पुष्पा अटूट ने फ्रीडम ग्लास में अपने जीवन रूपी ग्लास में झांकने, अपने अंदर की बुराइयों को बाहर करने के तरीके बताएं। संगीता एकले ने अल्पविराम से आए परिवर्तन की घटनाएं सुनाई। इस दौरान सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रों का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पंचायत इंस्पेक्टर वैष्णव सिंह पट्टा, बीआरसी महेश सावनेर, अजय गौर, सतीश साध सहित वन विभाग के कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, कृषि विभाग के कर्मचारी, शिक्षा विभाग के अधिकारी और पंचायत सचिव एवं सहायक सचिव उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान
मनरेगा योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हो रहा जल
खण्डवा 17 जनवरी, 2025 - प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान आयोजित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस अभियान का लक्ष्य चार आधारभूत स्तम्भ युवा, नारी, किसानों और गरीबों को फोकस करते हुए कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक पहुंचाना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्धारित लक्ष्यों में कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह के निर्देशन में जिले ने पिछले एक वर्ष में अच्छी उपलब्धि हासिल की है। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यपालन यंत्री द्वारा बताया गया कि मनरेगा योजनांतर्गत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा विकासखण्ड खंडवा मे 1 चेकडेम, विकासखण्ड पंधाना में 2 चेकडेम, विकासखण्ड खालवा मे 1 स्टॉपडेम एवं विकासखण्ड पुनासा मे 1 चेकडेम निर्माण कार्य कराए गए हैं, जिनसे भूमिगत जल स्तर में वृद्धि हुई है। साथ ही आसपास के किसानों को वर्ष पर्यन्त जल उपलब्ध हो सकेगा। वर्ष भर जल उपलब्ध होने से रबी एवं खरीफ फसलों का उत्पादन बढ़ेगा एवं जल संकट से बचाव होगा। उन्होंने बताया कि मनरेगा योजनान्तर्गत अंतर्गत 2 सुदूर सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कराये जा चुके है। मार्ग निर्माण से ग्रामीणों को आवागमन सुविधा का लाभ मिला है। मनरेगा योजना में निर्मित 5 स्टापडेम/चेकडेम में संचय किये गये पानी से आसपास के खेतों के किसान लाभान्वित हुए हैं। इन स्टापडेम/चेकडेम के निर्माण से वर्ष भर जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेगा।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा सी.एस.आर. मद से कन्या छात्रावास छेगावमाखन मे सुदृढ़ीकरण एवं 50 से 100 सीटर में उन्नयन कार्य कराया गया है। इस छात्रावास में वर्तमान में लगभग 100 बालिकाएं निवासरत होकर अध्ययन कर रही है एवं छात्रावास में सभी सुविधाओं का उपभोग कर रही है। हाईस्कूल बीड़ में बाउण्ड्रीवाल निर्माण कार्य बालक/बालिकाओं की सुरक्षा हेतु किया गया है।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा आदिवासी विकास मद अंतर्गत अनुच्छेद 275 (1) से निर्मित कार्यों में विकासखण्ड खण्डवा एवं पंधाना में पूर्व निर्मित बालक-बालिका छात्रावासों में 3 अतिरिक्त कक्ष, 2 शौचालय एवं बाथरूम निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय सीमा मे पूर्ण कराए गए हैं, साथ ही योजनान्तर्गत 4 पुलिया निर्माण कार्य भी कराए गए हैं जिनसे कनेक्टिविटी मिलने के कारण ग्रामीणों का यातायात सुगम हुआ है।
विभाग द्वारा विकासखण्ड खालवा, पंधाना एवं पुनासा मे 05 पशु चिकित्सालय मरम्मत एवं निर्माण कार्य कराए गए हैं। इनके निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में बीमार पशुओं को समय पर चिकित्सा लाभ मिल पाएगा जिससे उनकी मृत्यु दर में कमी आएगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा निर्माण एजेंसी के रूप में कार्य करती है। विभाग के उपयंत्री/सहायक यंत्रियों द्वारा अपने सुपरविजन में निर्माण कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक पूर्ण कराया जाता है। विभाग द्वारा इस वित्तीय वर्ष मे मनरेगा योजनान्तर्गत स्टापडेम/चेकडेम, सुदूर सडक निर्माण कार्य कराये गये है। मनरेगा योजना में निर्मित 5 स्टापडेम/चेकडेम में संचय किये गये पानी से आसपास के खेतों के किसान लाभान्वित हुए हैं। इन स्टापडेम/चेकडेम के निर्माण से वर्ष भर जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेगा।
अगले 5 साल की विभागवार प्रस्तावित कार्य योजना
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एक निर्माण एजेंसी है जो कि शासन द्वारा या अन्य विभागों द्वारा राशि उपलब्ध कराए जाने पर निर्माण कार्य निविदा पद्धति से संपादित करती है। विभाग कि कोई कार्य योजना पूर्व से तैयार नहीं कराई जाती है। वर्तमान में पीएम श्री योजनान्तर्गत 9 निर्माण कार्य जिनमे पीएम श्री शालाओ मे अतिरिक्त कक्ष, ट्रिकलिंग लैब एवं खेल मैदान कार्यों कि स्वीकृति प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि 25 पंचायत भवन निर्माण कार्य एवं 2 क्लस्टर पंचायत भवन निर्माण कार्यों कि स्वीकृति प्राप्त हुई है। जिनमे निविदा आमंत्रण कि कार्यवाही प्रचालन मे है। जिला प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) खण्डवा तथा रीछी प्रक्षेत्र पुनासा के साथ-साथ आगामी वित्तीय वर्षों में शासन द्वारा प्रस्तावित निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराये जाने में प्रयास किये जावेगें।
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परिवार कल्याण पखवाड़ा 16 से 30 जनवरी तक होगा आयोजित
खण्डवा 17 जनवरी, 2025 - परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत मिशन परिवार विकास पखवाड़ा 16 से 30 जनवरी तक आयोजित किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. जुगतावत ने बताया कि पखवाड़े में परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के संबंध में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा के द्वारा योग्य लक्ष्य दंपती को प्रेरित कर परिवार नियोजन में विशेषकर पुरुष नसबंदी के लिए प्रेरित कर पुरुष नसबंदी करवाई जायेगी। साथ ही बच्चों में अंतराल रखने के लिए परिवार कल्याण के अस्थायी साधन अंतरा इंजेक्शन, ओरल पिल्स, छाया आदि के लिये भी प्रेरित करेगें।
डॉ. जुगतावत ने कहा कि मिशन परिवार विकास पखवाड़े में परिवार नियोजन का महत्व बताते हुए ए.एन.एम. आशा एवं अन्य मैदानी स्वास्थ्य कार्यकताओं द्वारा जिले में घर-घर सम्पर्क कर योग्य लक्ष्य दंपत्तियों से सम्पर्क के दौरान अस्थायी व स्थायी साधान अपनाने के लिए हितग्राहियों को प्रेरित करेगें साथ ही हितग्राहियों को विवाह बाद दो वर्ष तक जन्म में अंतर रखने, दो बच्चों के जन्म के बीच उचित अन्तराल रखने, दूसरे संस्थागत प्रसव के बाद परिवार नियोजन के स्थायी साधन के रूप नसबंदी करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। परिवार का सम्पूर्ण विकास, शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आर्थिक लाभ होता है तथा बच्चों का पालन पोषण ठीक ढंग से कर सकते है। जिले में निश्चित दिवस पुरुष व महिला नसबंदी प्रति गुरुवार ओंकारेश्वर, पुनासा, मूंदी, पंधाना और प्रति शुक्रवार छैगांवमाखन, खण्डवा, हरसूद व खालवा में किये जाते है।
परिवार नियोजन की सेवायें जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःशुल्क अंतरा इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन तीन-तीन माह के अंतर से लगाया जाता है। पुरूष नसबंदी एक बहुत ही आसान व सरल पद्धति है जिसमें नसबंदी करने में मात्र 5 से 10 मिनिट का समय लगता है और पुरूष को भर्ती होने की भी आवश्यकता नहीं है और नसबंदी के बाद पुरूष अपने घर जा सकते है। पुरुष नसबंदी करवाने पर हितग्राही को 3 हजार रुपये, प्रेरक को 400 रुपये और महिला नसबंदी करवाने पर हितग्राही को 2 हजार रुपये, प्रेरक को 300 रुपये दिये जायगें।
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प्राधानमंत्री श्री मोदी विडियो कांफ्रेस के माध्यम से जिले के 1,26,436 सम्पत्ति कार्ड का करेंगे वितरण
खण्डवा 17 जनवरी, 2025 - भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा स्वामित्व योजना का केंद्र स्तरीय कार्यक्रम 18 जनवरी को किया जायेगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विडियो कांफ्रेस के माध्यम से सम्पूर्ण देश से चयनित स्वामित्व योजना के लाभार्थियों से बात करेंगे। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अधिकार अभिलेख का वितरण किया जायेगा। अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि कार्यक्रम का लाइव प्रसारण जन प्रतिनिधि की उपस्थिति में जिला स्तर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर किया जाएगा। जिले में कुल 336 ग्रामों के 1,26,436 सम्पत्ति कार्ड का वितरण किया जाएगा।
अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि खण्डवा जिले के कुल 618 ग्रामों में स्वामित्व योजना के अंतर्गत ड्रोन फ्लाई किया गया है। आज दिनांक तक 615 ग्रामों के भौतिक सत्यापन पूर्ण कर लिए गये है तथा शेष ग्रामों में कार्यवाही प्रचलित है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 609 ग्रामों के आर.ओ.आर. पूर्ण कर लिए गये है तथा 565 ग्रामों के अधिकार अभिलेख का निर्माण हो चुका है। जिसे समस्त ग्रामवासी अपने संपत्ति कार्ड को ऑनलाइन mpbhulkeh पोर्टल के माध्यम से स्वयं जांच भी कर सकते है।